Why do Meditation ? ध्यान क्यों करे ? इसके लाभ जानकर हैरान रह जायेंगे आप |

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Meditation या ध्यान शब्द आपने कभी ना  कभी सुना ही होगा | आखिर ये ध्यान है क्या ? क्यों अक्सर कुछ बड़े लोग हमें Meditation करने की सलाह देते रहते है ? क्या वाकई Meditation से कुछ होता है ? क्या Meditation से हमारी याद करने की क्षमता बढ जाती है ? क्या Meditation से चंचल मन को काबू में किया जा सकता है ? इन सारे सवालो के जवाब आज आपको यंहा मिल जायेंगे | इसे पूरा जरुर पढ़े और ध्यान से पढ़े क्योकि ये आपका जीवन बदल सकता है | आपको असीम शक्तियों का एहसास करा सकता है | आप अपने आप को जान जायेंगे | जिनका दिमाग कम काम करता है ये जिनको याद नहीं रह पाता उनके लिए Meditation किसी वरदान से कम नहीं है | 


benefits of meditation in hindi


इससे भी पहले आज हम ये जान ले की आज की परिस्थितियां बहुत ही तनावपूर्ण है | लोगो के जीवन में तनाव ने घर बसा लिया है | ये तनाव या यू कहो stress लोगो को अन्दर ही अन्दर से खोखला करता जा रहा है | तनाव इस कदर हावी हो चूका है की लोग नशा , आत्महत्या , गुस्सा आदि चीजों से घिर गए है |  किसी महान हस्ती ने बहुत ही सुन्दर पंक्तिया कही थी की " चिंता ही चिता है " अर्थात् मानव शरीर में 90 % बिमारियो का कारण केवल तनाव ही है | भाग दौड़ से भरी इस जिन्दगी में तनाव कुछ यु शामिल हो चूका है की अब इसे पृथक करना इंसान के बस का नही रह गया है | 










किसी को रात दिन ये चिंता रहती है की मेरी जॉब नही लग रही , किसी को घर बनाने की चिंता , किसी को अपने माँ - बाप की चिंता , किसी को अपने बेटे की चिंता, किसी को दुसरो के आगे बढ़ने से चिंता , किसी को पढाई में कुछ याद नही होने की चिंता और इन सबसे भी बड़ी चिंता है पैसे | अमीर को चिंता तो गरीब को चिंता , नेता को चिंता तो मंत्री को चिंता | हर इंसान आज तनाव , चिंता से घिरा हुआ है |

तो क्या ये चिंता हमें खत्म कर देगी ? क्या इसका कोई इलाज़ नही है ? क्या नशा करने से चिंता या तनाव कम हो जायेंगा ? इन सभी बातो का उतर देने से पहले जान लेते है की Meditation (ध्यान) क्या है ?

Meditation  (ध्यान) :- ध्यान उस अवस्था को कहा जाता है जब हमारे विचार शुन्य हो जाये | अर्थात् विचारो की शुन्यता को ही ध्यान कहा जाता है | पुराने ज़माने में ऋषि मुनियो ने तनाव से बचने का सबसे अच्छा तरीका ध्यान बताया है | वाकई ध्यान वह अवस्था है जब आपके शरीर में ऊर्जा का संचार होता  है | आप इस अवस्था में विचार शुन्य होकर अपने आप को जानने का प्रयास करते है | खुद को जानना भी ध्यान की अवस्था  है |  
यदि ध्यान का व्यापक अर्थ  निकाले तो उसका अर्थ होगा आत्मा का  परमात्मा से मिलने का प्रयास |  


how to do meditation

ध्यान वाकई सब ओषधियों से प्रबल है | यदि ध्यान लगातार किया जाये तो बीमारियों का पास आना नामुमकिन है | इसलिए तो पुराने ज़माने के लोग लम्बी आयु जीते थे | उन्हें ना कोई विकार था और  ना कोई तनाव | हर रोज ध्यान करने वाला इंसान किसी भी परिस्थिति में निडर रहता है | वह हर मुश्किल का सामना  ख़ुशी ख़ुशी करता है और विजय प्राप्त करता है | 








ध्यान कैसे करे :- ध्यान हर अवस्था में किया जा सकता है | ध्यान किसी भी समय किया जा सकता है | ध्यान हर अवस्था में श्रेष्ठ है  | परन्तु सुबह , खुशनुमा माहोल में ध्यान जल्दी सिद्ध होता है | सुबह सुबह ऑक्सीजन काफी मात्रा में उपलब्ध रहती है जिससे शरीर को अधिक ऊर्जा मिलती है | केवल 10 मिनट का ध्यान आपको दिन भर ताज़ा रख सकता है | 

ध्यान करने की सबसे अच्छी विधि ये है की सुबह-सुबह जल्दी उठो , नहा धोकर एक चटाई बिछाकर उसपे बेठ  जाये | कमर सीधी होनी चाहिए | दोनों हाथो को घुटनो पर रखे | लम्बी साँस लीजिये और हवा को पेट में भरिये अर्थात् हवा से पेट पर जोर दीजिये | कुछ देर हवा को रोककर फिर धीरे-धीरे छोड़े | जितनी क्षमता हो उतनी देर हवा को रोक सकते है | कम से कम इस क्रिया को 10 बार करिये | इससे दिमाग हल्का होगा व तनाव की कमी आएगी | फिर आँखों को बंद कीजिये और बिना कुछ सोचे अपनी सांसो (breathing) पर ध्यान दीजिये | 10 -15  मिनट तक इस मुद्रा में ही रहे | कुछ दिनों बाद समय बढ़ा दीजिये | समय 30 से 45 मिनट तक बढ़ा  सकते है |  

ध्यान के लाभ




सावधानियाँ :- ध्यान करते समय कमर सीधी होनी चाहिए अन्यथा कमर दर्द की समस्या हो सकती है |  ज्यादा देर तक सांस रोक सकते हो तो ही रोकनी चाहिए | बाकी कोई भी ध्यान कर  सकता है | 








लाभ :- ध्यान से होने वाले लाभ अनगिनत है | ध्यान वाकई उत्तम है | हर  इंसान को ध्यान करना चाहिए |  कुछ लाभ इस प्रकार से है | 

1 . तनाव या चिंता से निजात मिल जाती है | 

2 . दिमाग की  क्रियाशीलता  बढ़  जाती है | 

3 . याद करने की क्षमता बढ़ जाती है | 

4 . मन में भटकाव नहीं होगा | 

5 . कई बीमारियां जड़ से चली जाएगी | 

6 . ध्यान लगातार किया जाये तो कई सिद्धियाँ प्राप्त हो जाती है | 
  




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